भारतस्य द्वे प्रतिष्ठितम् संस्कृतं संस्कृतिस्तथा।
बाल दिवस के अवसर पर 14 नवंबर 2022 सोमवार को "संस्कृत कथावाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । जिसमें नवमी-ब तथा दशमी-ब के छात्रों ने जीवन मूल्यों यथा- मित्रता, लोभ परित्याग, ज्ञान, अनुकरण, सत्संगति, बुद्धिबल इत्यादि विषयों पर संस्कृत-भाषा में कथाओं को हाव-भावों के साथ प्रस्तुत करके सोत्साह सहभागिता प्रदर्शित की। कार्यक्रम को करने का उद्देश्य छात्रों में संस्कृत भाषा के प्रति जागरूकता उत्पन्न करके संस्कृत व संस्कृति का संवर्धन करते हुए जीवन में कहानी के माध्यम सुखमय के मार्ग का अनुसरण करना व अपनी संस्कृति के मूलमन्त्र "सर्वे भवन्तु सुखिन:" की भावना के अनुसार सभी के सुखी होने की कामना को संवर्धित करना ।