कंप्यूटर के बढ़ते चलन के कारण हाथ से लिखने का महत्व कम होता जा रहा है। यही कारण है कि बच्चे लिखाई सुंदर बनाने की तरफ ध्यान नहीं देते। स्कूलों में लिखावट पर काफी ध्यान दिया जाता है ताकि छात्रों में बचपन से ही अक्षरों को सुन्दरता से लिखने की कला आ जाए।
सुंदर लेखन एक कला है और कला में महारत हासिल करने के लिए निरंतर अभ्यास की आवश्यकता होती है। विद्यालय में शिक्षक हमेशा सुंदर लिखावट के लिए छात्रों को प्रेरित करते रहते हैं। सुलेख प्रतियोगिताएं भी छात्रों को सुंदर लिखने के लिए प्रेरित करती है।
15 नवम्बर 2022 दूसरी कक्षा से पाँचवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए हिंदी संस्कृत विभाग ने सुलेख प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमें छात्रों ने उत्साह से भाग लिया। श्रेष्ठतम लिखाई वाले छात्रों को प्रोत्साहित किया गया।